उन्होंने कहा कि इस समय हजारों मृतकों की अस्थियां सिंध के अलग-अलग मंदिरों
में रखी हुई हैं। इन्हें भारत ले जाया जाना है। उन्होंने कहा, भारत सरकार
महान लोकतंत्र होने का दावा करती है लेकिन वे पाकिस्तानी हिंदुओं को वीजा
नहीं देकर उन्हें उनके धार्मिक अधिकारों से वंचित कर रही है।
एक अन्य पूर्व
सांसद कांजी राम ने इस बात पर दुख जताया कि पाकिस्तान में हिंदू समुदाय को
अपनी धार्मिक परंपरा से हटकर अपने मृतकों को दफनाने पर बाध्य होना पड़ रहा
है। उन्होंने पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग से हिंदू परिवारों को
मानवीय आधार पर वीजा देने का आग्रह किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि
पाकिस्तान में एक अनुमान के अनुसार करीब 80 से 90 लाख हिंदू रहते हैं और
इनमें 80 फीसदी दलित हैं।
दलित समुदाय में मृतकों के दाह संस्कार के बजाए
उन्हें दफनाने की प्रथा है। कांजी राम ने कहा कि इसकी सबसे बड़ी वजह इनकी
गरीबी है। दाह संस्कार में और फिर अस्थियों को भारत ले जाने में होने वाले
खर्च को वहन करने की क्षमता नहीं होने के कारण दलित मृतकों को दफनाते हैं।
लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में 11 बजे तक 22.51% मतदान दर्ज,यहां देखे 12 सीटों में कितना मतदान हुआ
लोकसभा चुनाव 2024: सुबह 11बजे तक बिहार में 20.42%,छतीसगढ़ में 28.12%,J&K में 22.60%,MP में 30.46%,महाराष्ट्र में 19.17% मतदान दर्ज
बंगाल के कूचबिहार में तृणमूल-बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प के बाद भड़की हिंसा
Daily Horoscope