इस्लामाबाद | पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सरदार रमेश सिंह अरोड़ा को करतारपुर कॉरिडोर के लिए एम्बेसडर नियुक्त किया है। समा टीवी ने बताया कि बुधवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार, अरोड़ा मानद क्षमता पर काम करेंगे।
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वह पीएमएल-एन की अल्पसंख्यक शाखा के केंद्रीय महासचिव भी हैं।
समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अरोड़ा ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर शांति का मार्ग है, जिसका अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा दुनिया भर से आने वाले यात्रियों को सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि एम्बेसडर होने के नाते, वह करतारपुर कॉरिडोर की सॉफ्ट इमेज को बढ़ावा देंगे, जो आपसी सद्भाव का प्रतीक है।
उन्होंने जोर देकर कहा, "पाकिस्तान एक शांतिप्रिय राष्ट्र है और हम भारत सहित दुनिया भर के सिखों और हिंदुओं को करतारपुर आने और जाने के लिए आमंत्रित करते हैं।"
अरोड़ा ने कहा कि नरोवाल जिले की शकरगढ़ तहसील में स्थित वीजा मुक्त कॉरिडोर में स्थानीय विजिटर्स की संख्या भारत से आने वाले सिखों और हिंदुओं के मुकाबले बढ़ी है। स्थानीय विजिटर्स भारत से आने वाले लोगों का अभिवादन कर रहे हैं।
समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, करतारपुर ज्यादा ट्रैफिक को आकर्षित करने में विफल रहा है, इस आलोचना पर टिप्पणी करते हुए, पीएमएल-एन नेता ने कहा कि यह भारतीय अधिकारियों की जिम्मेदारी थी कि वह अधिक यात्रियों को करतारपुर कॉरिडोर पार करने की अनुमति दे।
4 किमी लंबा गलियारा भारतीय तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान की सीमा में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने के लिए वीजा-मुक्त पहुंच प्रदान करता है।
अरोड़ा ने कहा, "पाकिस्तान एक सुरक्षित देश है और हमने अतीत में साबित किया है कि पाकिस्तान में सिख और अन्य अल्पसंख्यकों को आजादी के साथ धार्मिक अधिकार मिल रहे हैं। हम शांति कॉरिडोर में अधिक से अधिक विजिटर्स की प्रतीक्षा कर रहे हैं। पाकिस्तान ने हमेशा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया है।"(आईएएनएस)
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