सियोल। उत्तर कोरिया ने रविवार को अपनी संप्रभुता की रक्षा का संकल्प लेते हुए दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के संयुक्त सैन्य अभ्यास की निंदा की। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन द्वारा एक एक सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद उत्तर कोरिया ने यह बयान दिया है। दोनों देशों के बीच हुए समझौते के मुताबिक, सशस्त्र हमले की स्थिति में दोनों देश बिना देरी किए एक-दूसरे को सैन्य सहायता प्रदान करेंगे।
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उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के हवाले से कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि उत्तर कोरिया अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के कदमों को नजरअंदाज नहीं करेगा। देश अपनी संप्रभुता, सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएगा।
शनिवार को, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान ने अपना पहला तीन दिवसीय त्रिपक्षीय सैन्य अभ्यास फ्रीडम एज पूरा किया।
तीनों देशों ने पहले भी संयुक्त समुद्री और हवाई अभ्यास किए हैं, लेकिन फ्रीडम एज पहला त्रिपक्षीय अभ्यास था, जो वायु, समुद्री, पानी के नीचे और साइबर सहित कई क्षेत्रों में आयोजित किया गया ।
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि तीनों देशों को संयुक्त सैन्य अभ्यास रक्षात्मक प्रकृति का था।
मंत्रालय ने कहा कि हमारी सेना उत्तर कोरिया की ओर से किसी भी खतरे या उकसावे का मजबूती से जवाब देगी।
--आईएएनएस
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