यूनिवर्सिटी ने कहा कि सुब्रमण्यम द्वारा दी गई सूचना पर एलआरओसी टीम ने नए
मोजाइक्स में आसपास के क्षेत्र की तलाशी ली और दुर्घटनास्थल तथा मलबे का
स्थान देख लिया। यूनिवर्सिटी ने कहा कि दुर्घटनास्थल 70.8810 डिग्री एस,
22.7840 डिग्री ई, 834 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। एएसयू ने कहा, शनमुगा ने
सबसे पहले मलबा मुख्य दुर्घटनास्थल से 750 मीटर उत्तर-पश्चिम में देखा। छह
सितंबर को चंद्रयान-2 से लॉन्चिंग के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर
सॉफ्टलैंडिंग करने के प्रयास के दौरान लैंडर विक्रम का भारतीय अंतरिक्ष
अनुसंधान संगठन (इसरो) से संपर्क टूट गया था।
(IANS)
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