काबुल । अफगानिस्तान में 400 से अधिक
निजी स्कूल आर्थिक समस्याओं सहित विभिन्न कारणों से बंद हो गए हैं। एक
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
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समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, टोलो न्यूज की
रिपोर्ट में यूनियन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स के सदस्य जबीहुल्लाह फुरकानी का
हवाला देते हुए कहा गया है कि गरीबी के कारण कई छात्रों ने स्कूल छोड़
दिया, जबकि कक्षा छह से 12 तक की लड़कियां हालिया प्रतिबंधों के कारण स्कूल
नहीं जा पा रहीं हैं।
तालिबान द्वारा संचालित प्रशासन के मुख्य
प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कथित तौर पर कहा है कि लड़कियों के स्कूलों
में जाने पर प्रतिबंध धार्मिक कारणों पर आधारित है।
इससे पहले,
प्रशासन के शिक्षा मंत्रालय ने कहा था कि छठी कक्षा से ऊपर के लड़कियों के
स्कूलों को बंद करना अस्थायी है और भविष्य में शरिया, या इस्लामी कानूनों
के ढांचे के भीतर इन्हें फिर से शुरू किया जाएगा।
टोलो न्यूज ने
यूनियन ऑफ प्राइवेट स्कूलों के पूर्व प्रमुख मोहम्मद दाऊद के हवाले से कहा
कि स्कूलों के बंद होने से हजारों लोगों की नौकरी चली जाएंगी।
अगस्त
2021 में तालिबान के अधिग्रहण के बाद अमेरिकी सरकार द्वारा देश के
केंद्रीय बैंक की लगभग 10 अरब डॉलर की संपत्ति को फ्रीज करने के बाद से
अफगानिस्तान अत्यधिक आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहा है।
यूनिसेफ
के अनुसार, अफगानिस्तान में वर्तमान में अनुमानित 37 लाख बच्चे स्कूली
शिक्षा से वंचित हैं, जिनमें से 60 प्रतिशत लड़कियां हैं।
--आईएएनएस
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