बीजिंग। एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय की परिषद का चौथा सम्मेलन पेइचिंग में आयोजित हुआ। अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी शिक्षा के लिए एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय केंद्र की परिषद (संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध) का चौथा सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन के प्रमुख चांग खच्येन ने सम्मेलन में आशा जताई कि आदान-प्रदान और संपर्क को लगातार मजबूत करते हुए सहयोग का नया नमूना स्थापित किया जाएगा, सहयोग का दायरा विस्तृत किया जाएगा, ताकि अंतरिक्ष तकनीक का फायदा ज्यादा देशों और जनता को मिल सके।
चीन में संयुक्त राष्ट्र के अधीनस्थ अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी शिक्षा के लिए एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना 2014 में हुई थी। जो एशिया और प्रशांत क्षेत्र में प्रथम सरकारों के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी शिक्षा से जुड़ी क्षेत्रीय संस्था है। पिछले 5 सालों में इस केंद्र ने विज्ञान तकनीक और शिक्षा के माध्यम से संसाधन को साझा किया। रिमोट सेंसिंग और भौगोलिक सूचना प्रणाली, उपग्रह संचार, वैश्विक नेविगेशन उपग्रह प्रणाली, लघु उपग्रह प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष कानून व नीति 5 क्षेत्रों में 24 विकासशील देशों के कुल 237 छात्रों को पोस्ट-ग्रेजुएट और पीएचडी का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसी दौरान केंद्र ने 20 से अधिक अल्पकालिक प्रशिक्षण कक्षाएं खोलकर 64 देशों से आए करीब 1 हजार विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया।
पिछले 5 सालों में एशिया प्रशांत क्षेत्रीय केंद्र में 9 सदस्य देश और 30 से अधिक अंतरराष्ट्रीय संगठन, अंतरिक्ष संस्थाएं और कंपनियां शामिल हो चुके हैं, जिसने एशिया प्रशांत क्षेत्र में अंतरिक्ष प्रौद्योगिक सहयोग के लिए महत्वपूर्ण समर्थन किया है।
(आईएएनएस)
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