काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के वजीर अकबर खान इलाके में बुधवार
सुबह कार ब्लास्ट हुआ, जिसमें 80 लोगों की मौत हो गई और 350 लोग घायल हो
गए। मृतकों की संख्या अभी बढ़ सकती है। धमाका जर्मन दूतावास के पास हुआ है।
इसी इलाके में सारे विदेशी दूतावास स्थित हैं। जब लोग दफ्तरों के लिए निकल
रहे थे, उसी वक्त यह धमाका हुआ। फिदायीन हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जिस स्थान पर यह धमाका हुआ वहां से भारतीय
दूतावास की दूरी महज 50 मीटर है। हालांकि, भारतीय दूतावास के सभी कर्मचारी
सुरक्षित हैं। दूतावास की इमारत को थोड़ा नुकसान पहुंचा है। खिड़कियों के
शीशे टूटकर बिखर गए हैं। सभी भारतीयों के सुरक्षित होने की पुष्टि करते हुए
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘भगवान की कृपा से भारतीय
दूतावास और कर्मचारी सुरक्षित हैं।’
कहा जा रहा है कि इन धमाकों में जर्मन
और ईरानी दूतावास निशाने पर थे।
धमाका होने के बाद धुएं से काबुल के
आसमान में अंधेरा छा गया था। धमाके से 100 मीटर के आसपास वाले घरों को खासा
नुकसान पहुंचा है। घटना के बाद अफगान नेशनल सिक्योरिटी फोर्स ने इलाके में
अपनी टीम तैनात कर दी है और राहत कार्य चलाया जा रहा है। भारतीय राजदूत
मनप्रीत वोर ने कहा, ‘जहां ब्लास्ट हुआ, वह दूतावास से ज्यादा दूर नहीं था।
इमारत को थोड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन हमारे कर्मचारी सुरक्षित हैं।’
काबुल
पुलिस के प्रवक्ता ने बताया, ‘जर्मनी के दूतावास के पास कार ब्लास्ट हुआ,
लेकिन उस इलाके में और दूसरी महत्वपूर्ण इमारतें हैं। यह बताना मुश्किल है
कि हमलावरों का निशाना कौन था।’ सूत्रों के मुताबिक, भारतीय दूतावास इसका
निशाना नहीं था। जिस इलाके में धमाका हुआ है, वह राष्ट्रपति आवास से बहुत
दूर नही है।
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