वह मालदीव के सातवें राष्ट्रपति हैं, जबकि देश का नया संविधान
लागू होने के बाद चुने गए वह तीसरे राष्ट्रपति हैं।
यामीन के शासन काल में मालदीव के साथ भारत के संबंधों में तनाव तब आया, जब
माले द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों को मानने से इनकार करने पर नई
दिल्ली की ओर से उसकी आलोचना की गई।
मालदीव के सर्वोच्च न्यायालय ने विपक्ष के नौ नेताओं को अभियुक्त ठहराने
वाले आदेश को निरस्त कर दिया था। इन नेताओं में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद
नशीद भी शामिल थे, जो देश से बाहर जा चुके थे।
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इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मालदीव के लिए सर्वोच्च रैंकिंग
वाले अतिथि थे। चीन की ओर से कल्चर मंत्री के शामिल होने की समाचार मिले
हैं।
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