मौलाना फजल ने मंगलवार को ही प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कह दिया
था कि बुधवार से प्लान बी पर अमल शुरू होगा जिसके तहत महत्वपूर्ण मार्गो को
बाधित किया जाएगा। उन्होंने पार्टी समर्थकों से हिंसा से दूर रहने को भी
कहा था। जेयूआई-एफ सदस्यों ने बुधवार को क्वेटा-चमन राजमार्ग बाधित कर
दिया। इससे राजमार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इस राजमार्ग से होकर
अफगानिस्तान में नाटो सैनिकों के लिए सप्लाई जाती है।
इसे बंद करने की वजह
से इस सप्लाई पर भी असर पड़ा। जेयूआई-एफ इमरान सरकार के इस्तीफे की मांग
कर रही है। मौलाना फजलुर रहमान ने साफ कर दिया है कि उन्हें प्रधानमंत्री
इमरान खान के इस्तीफे से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। पार्टी ने 27 अक्टूबर से
आजादी मार्च निकालना शुरू किया था और बीते 14 दिन से इसके सदस्य राजधानी
इस्लामाबाद में धरने पर डटे हुए थे।
(IANS)
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