तेहरान। ईरान के दक्षिण खोरासान प्रांत में एक खदान विस्फोट में मरने वालों की संख्या सोमवार को 38 तक पहुंच गई। 14 लोग अभी भी खदान में फंसे हैं जिन्हें बचाने की कोशिश जारी है।
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समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने समाचार एजेंसी इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान (आईआरएनए) के हवाले से बताया कि शनिवार रात तबास में कोयला खदान में विस्फोट हुआ। यह जगह राजधानी तेहरान से लगभग 540 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित है।
खदान के 'बी' क्षेत्र में कुल 47 मज़दूर फंसे हुए थे। इनमें 30 लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए।
दक्षिण खोरासन प्रांत के गवर्नर ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि खदान के 'सी' क्षेत्र में कुल 22 मजदूर फंसे हुए थे, जिनमें से आठ की मौत हो गई और 14 अन्य अभी भी फंसे हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बचाव कार्य अभी भी जारी है, लेकिन 'सी' क्षेत्र की सुरंग में गैस का घनत्व अधिक होने के कारण काम धीमा हो गया है।
दक्षिण खोरासन प्रांत ने रविवार को तीन दिवसीय शोक की घोषणा की।
इससे पहले ईरानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रांतीय संकट प्रबंधन मुख्यालय के महानिदेशक मोहम्मद अली अखौंदी ने रविवार सुबह बताया कि तबास काउंटी में मदनजू कंपनी की खदान में शनिवार को स्थानीय समयानुसार रात करीब 9 बजे विस्फोट हुआ। एक सुरंग में मीथेन गैस की मात्रा बढ़ने की वजह से धमाका हुआ।
ईरान के खनन उद्योग में यह पहला हादसा नहीं है। पिछले साल, उत्तरी शहर दमघन में एक कोयला खदान में हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी। स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह धमाका भी संभवतः मीथेन गैस की वजह से हुआ था। मई 2021 में, उसी साइट पर दो खनिकों की मौत हो गई थी।
2017 में उत्तरी ईरान के आजाद शहर में हुए विस्फोट में 43 खनिकों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद अधिकारियों के प्रति लोगों में गुस्सा भड़क उठा था।
--आईएएनएस
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