जकार्ता| राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि इंडोनेशिया के पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में चक्रवात तूफान सेरोजा से आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 165 हो गई है। एजेंसी के प्रमुख डोनी मोनाडरे ने कहा, बिमा जिले में दो लोगों की मौत, पश्चिम नुसा तेंगारा प्रांत और पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में 163 लोगों की मौत हुई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 45 लोग अभी भी लापता हैं और 20,929 लोग विस्थापित हैं।
लापता लोगों की तलाश करने के लिए इंडोनेशियाई पुलिस और सेना के 7,572 जवानों को तैनात किये गये हैं।
115 सार्वजनिक सुविधाएं क्षतिग्रस्त हो गये, कई पुल टूट गए और कृषि सिंचाई और चावल के खेत पानी में डूब गये हैं।
पूर्वी नुसा तेंगारा में 8,322 घर और पश्चिम नुसा तेंगारा में 5,333 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
मौसम विज्ञान क्लाइमेटोलॉजी और जियोफिजिक्स एजेंसी ने कहा कि 5 अप्रैल को जब चक्रवात तूफान सेरोजा दक्षिण में पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में सावु सागर में आया था, उसी के बाद से ऐसे भयंकर मौसम जैसे की भारी बारिश, तेज हवाएं और छह मीटर तक की ऊंची समुद्री लहरें उठी थी।
अभी सेरोजा इंडोनेशिया से दूर चला गया है, लेकिन इसका असर अगले कुछ दिनों तक देश के दक्षिण में कई प्रांतों में महसूस किया जाएगा।
--आईएएनएस
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