न्यूयॉर्क। अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संभावना जाहिर की है कि वाशिंगटन रूसी ट्रायम्फ एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने को लेकर भारत पर शायद प्रतिबंध नहीं लगाए, लेकिन मॉस्को की जासूसी रोकने के लिए नई दिल्ली को रक्षा प्रौद्योगिकी सुरक्षा कड़ी करने की आवश्यकता है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विदेश विभाग के इस अधिकारी ने एक ब्रीफिंग के दौरान इस मामले को उठाए जाने पर भारत के बारे में इस प्रणाली को प्राप्त करने के लिए सीधे कुछ नहीं कहा, लेकिन भारत के साथ सहयोग करने में सुरक्षा मुद्दों को उठाया। इस अधिकारी ने इससे पहले तुर्की के रूसी एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने पर सीधी प्रक्रिया की थी।
विदेश विभाग ने इस सप्ताह भारत को एक अरब डॉलर की उन्नत एमके 45 5 इंच/ 62 कैलिबर (एमओडी 4) नवल गन की बिक्री को मंजूरी दे दी, हालांकि भारत ने अगस्त में करीब 5.4 अरब डॉलर कीमत के पांच एस-400 यूनिट के लिए रूसी ठेकेदार को अग्रिम 80 करोड़ डॉलर का भुगतान किया था।
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