सना। अदन की खाड़ी में 'ग्रोटन' नामक मालवाहक जहाज पर हुए हमले की जिम्मेदारी हूती ने ली है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शनिवार को यमन में हूती विद्रोहियों द्वारा संचालित अल-मसीराह टीवी पर हूती प्रवक्ता याहया सारिया ने कहा, "हमने फिलिस्तीन और हमास के समर्थन में अदन की खाड़ी में ग्रोटन जहाज पर हमला किया, क्योंकि इस जहाज की मालिकाना हक वाली कंपनी इजरायल के साथ व्यापार कर रही थी।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, उन्होंने कहा, "मिलाइलों और ड्रोन्स को इस हमले के लिए इस्तेमाल किया गया।"
सारिया ने आगे कहा कि यह दूसरी बार है जब हूती ने किसी जहाज को अगस्त महीने में निशाना बनाया है। पहला हमला 3 अगस्त को किया गया था, और इस बात की चेतावनी जारी की गई थी कि अभी और जहाजों को निशाना बनाया जाएगा।
इंग्लैंड के 'मेरी टाइम ट्रेड ऑपरेशन' ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कहा है कि उन्हें यमन दक्षिणी बंदरगाह से पूर्व में 130 नॉटिकल मील की दूरी पर अदन की खाड़ी में एक मालवाहक जहाज पर हमले की खबर मिली। इसमें यह कहा गया था कि जहाज के पास दो मिसाइलें दागी गईं और सभी क्रू सदस्य सुरक्षित हैं।
नवंबर 2023 से हूती कथित तौर पर इजरायल संबंधित मालवाहक जहाजों को निशाना बनाता आ रहा है। हूती लाल सागर और अदन की खाड़ी के अहम समुद्री मार्ग पर पोतों को कई बार निशाना बना चुका है। उसका कहना है कि ऐसा वो गाजा में फिलिस्तीनीयों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए कर रहा है।
2014 के अंत से हूतियों ने उत्तरी यमन के अधिकांश भाग पर नियंत्रण कर रखा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को राजधानी सना से बाहर होना पड़ा है।
--आईएएनएस
एग्जिट पोल : हरियाणा में इस बार सत्ता परिवर्तन के संकेत, सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस आगे
संदिग्ध विस्फोटक मिलने से जम्मू में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड फैसले के खिलाफ समीक्षा याचिका की खारिज
Daily Horoscope