इस्लामाबाद। श्रीलंका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में गोटाबाया राजपक्षे की जीत पर पाकिस्तान के राजनैतिक गलियारों में खुशी जताई जा रही है। मीडिया में भी राजपक्षे की जीत को 'पाकिस्तान के लिए खुशी व भारत के लिए झटका' या 'पाकिस्तान में खुशी व भारत में मातम' जैसी सुर्खियों के साथ प्रकाशित किया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
'एक्सप्रेस न्यूज' ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि श्रीलंका के मौजूदा प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को भारत का करीबी माना जाता है। उनकी युनाइटेड नेशनल पार्टी के उम्मीदवार सजित प्रेमदासा की जीत की कामना भारत कर रहा था। जबकि, पाकिस्तान में पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के भाई गोटाबाया राजपक्षे की जीत की कामना की जा रही थी। गोटाबाया की जीत पाकिस्तान के लिए राहत भरी खबर है।
रिपोर्ट में यहां तक दावा किया गया है कि सितंबर में श्रीलंका क्रिकेट टीम के पाकिस्तान दौरे पर उस वक्त संकट के बादल मंडराए थे जब प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे के आफिस ने पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति पर विपरीत रिपोर्ट दी थी।
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