गाजा। हमास ने गाजा के लिए पेश किए गए नए संघर्ष विराम प्रस्ताव की आलोचना की है। ये प्रस्ताव पिछले सप्ताह दोहा में रखा गया था।
हमास ने कहा कि यह प्रस्ताव इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की शर्तों पर आधारित है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, हमास ने दावा किया कि यह प्रस्ताव नेतन्याहू की मांगों के अनुरूप है, जिसमें एक स्थायी संघर्ष विराम को खारिज करना, नेत्जारिम कॉरिडोर, रफा क्रॉसिंग और फिलाडेल्फी कॉरिडोर पर इजरायल द्वारा नियंत्रण बनाए रखना शामिल है। इसके अलावा, कैदियों की अदला-बदली पर नई शर्तें रखी गई, जिससे युद्ध विराम वार्ता में रुकावट आई है।
हमास ने नेतन्याहू पर मध्यस्थता की विफलता, समझौते में बाधा डालने और गाजा के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई जारी रखते हुए इजरायली बंधकों को खतरे में डालने का भी आरोप लगाया है।
हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के आधार पर 2 जुलाई को हुए समझौते पर जोर दिया। उसने मिस्र और कतर के मध्यस्थों से अपील की कि जिन शर्तों पर सहमति बनी है उसे लागू की जाय।
बता दें कि बीते गुरुवार और शुक्रवार को दोहा में गाजा युद्ध विराम को लेकर वार्ता शुरू हुई थी। इसके बाद तीनों मध्यस्थों ने एक संयुक्त बयान जारी कर घोषणा की कि वार्ता में तेजी आई है और संबंधित पक्ष आगामी दिनों में समझौते पर बातचीत करने के लिए अपने प्रयास को जारी रखेंगे।
वहीं, नेतन्याहू के कार्यालय ने मध्यस्थों के प्रयासों के लिए आभार जताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि वे मई के अंत में किए गए प्रस्ताव की शर्तों को स्वीकार करने के लिए हमास से बात करेंगे।
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