मॉस्को। सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव ने शीत युद्ध की अहम परमाणु हथियार संधि से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पीछे हटने के फैसले पर सवाल खड़ा किया। ‘बीबीसी’ की रिपोर्ट के अनुसार, मिखाइल ने 1987 में इंटरमीडिएट-रेंज परमाणु संधि (आईएनएफ) पर अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के साथ हस्ताक्षर किए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उनका कहना है कि ट्रंप का यह कदम परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रयासों की दिशा में उलटा कदम है। ट्रंप ने कहा कि रूस कई वर्षों से आईएनएफ का उल्लंघन कर रहा है। रूस ने इन योजनाओं की निंदा की है और इसका माकूल जवाब देने की बात कही है।
रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन रूस दौरे पर आए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन से इस पर स्पष्टीकरण मांगेंगे।
जर्मनी इस कदम की आलोचना करने वाला पहला अमेरिकी सहयोगी है। जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने वाशिंगटन से यूरोप और भविष्य के परमाणु निरस्त्रीकरण प्रयासों के परिणामों पर विचार करने का आग्रह किया है।
इस संधि के तहत जमीन से 500 से 5,500 किलोमीटर की दूरी तक मध्यम दूरी की मिसाइलों को दागना प्रतिबंधित है।
--आईएएनएस
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