हैम्बर्ग। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बाद तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने पेरिस समझौते को लेकर दूसरा झटका दिया है। एर्दोआन ने धमकी भरे लहजे में कहा है कि उनका देश पेरिस जलवायु समझौते की पुष्टि नहीं करेगा। ज्ञातव्य है शनिवार को पहले खबर आई थी कि यूएस को छोडकर शेष 19 जी 20 देश पेरिस समझौते पर कायम रहेंगे लेकिन सम्मेलन खत्म होने के तुरंत बाद तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन ने एक न्यूज कॉन्फ्रेन्स में कहा कि तुर्की अब पेरिस समझौते का निश्चित उम्मीदवार नहीं है। एर्दोआन ने कहा कि यूएस के इससे दूर हटने के बाद उनकी स्थिति संसद में पेरिस समझौते को पास करने की दिशा में नहीं है। साथ ही उन्होनें कहा कि शेष देशों को भी पेरिस डील को लेकर शंकाएं हैं। एर्दोआन ने कहा कि उन्होनें इस बारे में फ्रांस के राष्ट्रपति और जर्मन चांसलर को स्पष्ट बता दिया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
साथ ही उन्होनें कहा कि जब तक हमसे किए गए वादे पूरे नहीं होते, तब तक हमारी संसद इसे पास नहीं करेगी। एर्दोआन ने कहा कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने उनसे वादा किया था कि तुर्की को औद्योगिक अर्थव्यवस्था नहीं बल्कि विकासशील देश की श्रेणी दी जाएगी, जिसका मतलब है कि जलवायु परिवर्तन पर उनके देश को ग्लोबल क्लाइमेट फंड से पैसा मिलेगा। साथ ही एर्दोआन ने स्पष्ट तौर पर तो नहीं लेकिन इशारों में कहा कि कुछ अन्य देशों को भी पेरिस क्लाइमेट डील को लेकर समस्याएं हैं।
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