द हेग| डच अपराध पत्रकार पीटर आर. डी व्रीस की एम्सटर्डम में गोली लगने के नौ दिन बाद मृत्यु हो गई है। उनके परिवार ने राष्ट्रीय प्रसारक आरटीएल नीयूव्स द्वारा प्रकाशित एक बयान में उनकी मौत की घोषणा की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बयान के हवाले से कहा कि डी व्रीस की गुरुवार को एक अस्पताल में मौत हो गई। उनके रिश्तेदार भी वहां मैजूद थे। वह 64 वर्ष के थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उनके परिवार ने बयान में लिखा कि पीटर अंत तक लड़े, लेकिन इस लड़ाई को जीतने में वे असमर्थ रहे।
बयान में कहा गया है, "हमें उन पर बेहद गर्व है और साथ ही हम बहुत दुखी भी है।"
पत्रकार को छह जुलाई की शाम करीब साढ़े सात बजे शहर के बीचोबीच सिर में गोली मार दी गई थी। ।
हत्या स्थल टीवी कार्यक्रम आरटीएल बुलेवार्ड के स्टूडियो से दूर नहीं था, जहां वह उस शाम एक विशेषज्ञ के रूप में अतिथि थे।
हमले के बाद, लीड्सचेन्डम के पास राजमार्ग पर दो लोगों मौरिक से 35 वर्षीय पोल कामिल ई और रॉटरडैम से 21 वर्षीय डचमैन डेलानो जी को गिरफ्तार किया गया।
डी व्रीस देश के सबसे सफल क्राइम रिपोर्टर थे।
उन्होंने 1978 में दैनिक समाचार पत्र डी टेलीग्राफ से पत्रकारिता का सफर शुरु किया था जिसके बाद उन्होंने बीयर बनाने वाली दिग्गज कंपनी फ्रेडी हेनेकेन के अपहरण के मामले की र्पिोटिंग की थी।
--आईएएनएस
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