नूर-सुल्तान । देशभर में जारी अशांति के बीच कजाख शहर अल्माटी के प्रशासनिक भवनों और पुलिस विभाग पर हमला करने की कोशिश करने वाले दर्जनों हमलावरों को मार दिया गया है। ये जानकारी मीडिया रिपोर्ट से सामने आई है। रूस की समाचार एजेंसी तास ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि अल्माटी में हमलावरों के साथ संघर्ष में कुल 12 कानून प्रवर्तन अधिकारी मारे गए हैं और 353 अन्य घायल हुए हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कजाकिस्तान के खबर-24 टीवी चैनल और तास की की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि शहर में 'आतंकवाद विरोधी' विशेष अभियान जारी है और पुलिस ने निवासियों और पर्याटकों से अपनी सुरक्षा के लिए घर से बाहर नहीं निकलने का आग्रह किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दिनों हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण कजाकिस्तान में 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए, जिनमें से लगभग 400 को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस बीच, गृह मंत्रालय ने दावा किया कि 2,298 प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लिया गया है।
देश में बुधवार को ईधन की बढ़ती कीमतों के कारण विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। प्रदर्शनकारियों ने अल्माटी में मुख्य सरकारी भवन पर धावा बोल दिया, पुलिस वाहनों में आग लगा दी और सत्तारूढ़ नूर ओटन पार्टी की क्षेत्रीय शाखा पर हमला किया।
कजाख सरकार ने देश में बढ़ती अशांति को रोकने के लिए सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (सीएसटीओ) से मदद मांगी, जिसने देश में शांति सेना तैनात करने का फैसला किया है।
सीएसचीओ में रूस, कजाकिस्तान, बेलारूस, ताजिकिस्तान और आर्मेनिया शामिल हैं।
राष्ट्रपति कसीम-जोमार्ट टोकायव ने अशांति के लिए विदेशी प्रशिक्षित आतंकवादियों को दोषी ठहराया है। (आईएएनएस)
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