संयुक्त राज्य अमेरिका, जिसे दुनिया की महाशक्ति कहकर सम्बोधित किया जाता है आज बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है। हालात यहां तक पहुंच चुके हैं कि सरकारी दफ्तरों पर ताले लग चुके हैं और कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
क्या है शटडाउन?
दरअसल अमेरिका में एक एक्ट लागू है जिसका नाम है एंटी डिफिशिएंसी एक्ट। इस एक्ट के मुताबिक जब कभी देश में वित्तीय स्थिति गड़बड़ाती है तो सरकारी कामों को एकाएक रोक दिया जाता है। इस दौरान सरकारी कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया जाता है। खास बात यह है कि इस दौरान उन्हें किसी प्रकार का कोई पैसा भी नहीं दिया जाता।
सीनेट की भूमिका
आम आदमी के लिए यह समझना कठिन हो सकता है, लेकिन आसान भाषा में कहा जाए तो अमेरिका की सीनेट में सरकारी खर्चों के लिए जो बिल पेश किया गया था उसे सदस्यों ने पास नहीं होने दिया। बिल के रद्द किए जाने के कारण सरकारी कामकाज ठप पड़ चुका है। इसे यूं समझिए कि जब सरकारी काम के लिए पैसा ही जारी नहीं होगा तो काम कैसे होगा।
सत्ता पक्ष और विपक्ष की खींचतान का नतीजा
वैसे यह स्थिति इसलिए उत्पन्न हुई क्यूंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों देशहित को भूलकर एक दूसरे के आमने-सामने खड़े हो गए। परिणाम यह हुआ कि आवश्यक सरकारी खर्चों को लेकर पेश हुआ बिल पास नहीं हो सका और जिस कारण देश को इस स्थिति का सामना करना पड़ा।
पिछली मर्तबा ओबामा राज में हुआ था शटडाउन
इससे पूर्व शटडाउन पांच साल पहले बराक ओबामा के कार्यकाल(2013) में हुआ था। तब यह 16 दिनों तक जारी रहा था। वैसे ओवरऑल बात कि जाए तो 1976 से लेकर अब तक कुल 18 बार शटडाउन हो चुका है।
लोकसभा चुनाव 2024: सुबह 9 बजे तक बिहार में 9.23%,छतीसगढ़ में 12.02%,J&K में 10.43%,MP में 15%,महाराष्ट्र में 6.98% मतदान दर्ज
लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में सुबह 9 बजे तक 10.67% मतदान दर्ज,यहां देखे 12 सीटों में कितना मतदान हुआ
बंगाल के कूचबिहार में तृणमूल-बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प के बाद भड़की हिंसा
Daily Horoscope