बीजिंग। चीनी राज्य परिषद के प्रेस दफ्तर ने गुरूवार को 2016 अमेरिकी मानवाधिकार रिकॉर्ड एवं 2016 अमेरिका में मानवाधिकार उल्लंघन रिकॉर्ड जारी किया।चीन की इस रिपोर्ट के कुल 16 हजार शब्द हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि 3 मार्च को अमेरिकी राज्य परिषद ने 2016 विभिन्न देशों की मानवाधिकार रिपोर्ट जारी की, जिसमें अमेरिका ने फिर एक बार विश्व के विभिन्न देशों की मानवाधिकार स्थिति की मनमानी आलोचना की, जबकि अमेरिका में मौजूद गंभीर मानवाधिकार समस्याओं को नजरअंदाज किया।
तथ्य से जाहिर है कि 2016 में अमेरिका की मानवाधिकार स्थिति में गंभीर समस्याएं मौजूद हैं। चीन की इस रिपोर्ट में अमेरिका में अस्तित्व विविधतापूर्ण मानवाधिकार समस्याओं को रिकॉर्ड किया। अमेरिका में गोलाबारी की तमाम कार्रवाईयां लगातार हुई हैं। अमेरिका में गरीब और अमीर के बीच की खाई लगातार चौड़ी हो रही है। अमेरिका में जातिवाद भी मौजूद है। अमेरिका में महिलाओं, बच्चों व वृद्ध लोगों के अधिकारों की गारंटी नहीं दी गयी है। अमेरिका अक्सर दूसरे देशों के मानवाधिकार का आक्रमण करता है और बेगुनाह लोगों को मारता है। अमेरिका ने अभी भी प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय मानवाधाकिर संधि की पुष्टि नहीं की और संयुक्त राष्ट्र संघ के संबंधित मानवाधिकार प्रस्ताव मसौदे को स्वीकार नहीं किया। रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिका ने अपने को मानवाधिकार चर्च मानकर विश्व के विभिन्न देशों की मानवाधिकार स्थिति पर अनुचित आरोप लगाया है। [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
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