बीजिंग। सभी जानते हैं कि चीन व पाकिस्तान अपने-अपने हितों की खातिर गहरी
दोस्ती दम भरते रहे हैं लेकिन अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन-एससीओ के
सम्मेलन के दौरान कुछ ऎसा हुआ है जिससे दोनों देशों के रिश्तों को लेकर
सवाल उठ रहे हैं।
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चीन के सरकारी मीडिया ने शनिवार को चिनफिंग की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,
कजाकिस्तान और रूस के राष्ट्रपति से हुई मुलाकात को तो रेखांकित किया,
लेकिन शरीफ के साथ मुलाकात का इसमें कोई जिक्र नहीं था।
चीनी राष्ट्रपति
द्वारा अप्रत्याशित रूप से की गई पाक प्रधानमंत्री की उपेक्षा की वजह चीन
के उन दो नागरिकों की हत्या है जिन्हें पिछले महीने बलूचिस्तान के क्वेटा
से अगवा किया गया था और फिर उनकी हत्या कर दी गई। चीन में इसे लेकर गहरी
निराशा और आक्रोश का माहौल है।
दोनों चीनी नागरिकों की, जो मंडारिन भाषा के शिक्षक थे, आईएस के आतंकियों
ने नृशंस तरीके से हत्या की थी। दोनों की हत्या की खबर को 8-9 जून को हुए
एससीओ सम्मेलन के ठीक पहले सार्वजनिक किया गया था।
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