ढाका। बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति हुसैन मोहम्मद इरशाद रविवार को हुए आम चुनाव के बाद संसद में विपक्ष के नेता होंगे। हुसैन मोहम्मद इरशाद की पार्टी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पूर्व राष्ट्रपति इरशाद का कार्यकाल 1982 से 1990 तक रहा था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, इरशाद की जातीय पार्टी ने एक बयान में कहा कि वह पूर्व राष्ट्रपति की अगुवाई में संसद में मुख्य विपक्ष के तौर पर होगी।
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इरशाद की जातीय पार्टी प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग (एएल) की अगुवाई वाले गठबंधन सरकार की प्रमुख सहयोगी है।
इरशाद के छोटे भाई व जातीय पार्टी के अध्यक्ष जीएम कादिर को विपक्ष का उपनेता चुना गया है।
कादिर इसके पहले मंत्री रह चुके हैं।
बांग्लादेश में रविवार को हुए संसदीय चुनाव में 22 सीटों पर जीत के साथ जातीय पार्टी मुख्य विपक्ष के तौर पर उभरी है।
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अगुवाई वाले गठबंधन को आम चुनाव में सिर्फ सात सीटें मिली हैं।
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