जिनेवा| ऐसा हो सकता है कि एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन और कम प्लेटलेट्स के साथ खून के थक्के बनने की दुर्लभ घटना के बीच संबंध हो, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है। यह बात विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कही है। इससे पहले यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने पुष्टि की थी कि खून के थक्के जमने और प्लेटलेट्स कम होने के मामले एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन डोज लगने से जुड़े हैं, लेकिन अभी भी इसे बहुत ही दुर्लभ प्रभाव के रूप में मानना चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, डब्ल्यूएचओ की वैक्सीन सुरक्षा पर वैश्विक सलाहकार समिति (जीएसीवीएस) ने बुधवार को एक अंतरिम बयान जारी कर कहा कि ऐसी घटनाएं बहुत दुर्लभ हैं। लगभग 20 करोड़ एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पाने वाले लोगों के बीच ऐसे बहुत कम मामलों की सूचना मिली है।
हालांकि इस संभावित संबंध को पूरी तरह से समझने के लिए विशेष अध्ययन की जरूरत है और जीएसीवीएस ने कहा है कि वह आगे भी आंकड़ों को इकट्ठा करना और उनकी समीक्षा करना जारी रखेगा।
जीएसीवीएस ने यह भी कहा कि टीकाकरण के बाद होने वाली दुर्लभ प्रतिकूल घटनाओं का मूल्यांकन उन आंकड़ों से करना चाहिए कि वैक्सीन कोविड-19 संक्रमण और मौतों को कम करने में कितना प्रभावी रहा है। क्योंकि डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार तक दुनिया भर में कोविड-19 से कम से कम 26 लाख लोग मारे जा चुके हैं।
बता दें कि कई यूरोपीय देशों ने सामने आई प्रतिकूल घटनाओं के जोखिम को देखते हुए एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के उपयोग को रोक दिया है या निलंबित कर दिया है।
--आईएएनएस
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