सना। यूनिसेफ ने कहा कि युद्धग्रस्त यमन में करीब 2.1 करोड़ लोगों को जीवन रक्षक मानवीय सहायता की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा कि इसमें 11.3 मिलियन बच्चे शामिल हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मानवीय एजेंसी ने कहा कि देश में, पांच साल से कम उम्र के लगभग 400,000 बच्चे तीव्र कुपोषण से गंभीर कुपोषण की ओर जा रहे हैं।
यूनिसेफ के अनुसार, यमन दुनिया में अब तक के सबसे बड़े मानवीय संकटों में से एक है।
मार्च 2015 में गृह युद्ध के बढ़ने के बाद से, दसियों हजार लोग मारे गए हैं, 4 मिलियन विस्थापित हुए हैं, जबकि देश अकाल के कगार पर है।
यूनिसेफ ने कहा कि 2022 में यमन में मानवीय संकट का जवाब देने के लिए उसे 484.4 मिलियन डॉलर की आवश्यकता है।
--आईएएनएस
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