नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल समझौते को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है। लेकिन इस मामले में भारत को अब बड़ी सफलता हाथ लगी है। वहीं हर बार की तरह पाकिस्तान को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी है। वर्ल्ड बैंक ने सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) के तहत झेलम और चिनाब की सहायक नदियों पर किशनगंगा तथा रातल जलविद्युत परियोजनाओं पर काम आगे बढ़ाने की इजाज़त भारत को दे दी है। जम्मू कश्मीर में किशनगंगा (330 मेगावॉट) और रातले (850 मेगावॉट) पनबिजली परियोजनाओं पर पाक ने विरोध दर्ज कराया था। जिसके बाद दोनों देशों ने पिछले वर्ष वर्ल्ड बैंक का दरवाजा खटखटाया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विश्व बैंक ने अपने आदेश में कहा कि आईडब्ल्यूटी संबंधी तकनीकी मामलों पर भारत एवं पाकिस्तान के बीच सचिव स्तर की वार्ता सद्भावना एवं सहयोग भरे माहौल में हुई। दोनों पक्ष बातचीत आगे जारी रहने पर सहमत हुए हैं। अगले दौर की बातचीत वॉशिंगटन में सितंबर में होगी। हालांकि विश्व बैंक ने इस मामले पर अभी अन्य जानकारी नहीं दी। वहीं बैंक ने 25 जुलाई को अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना को पत्र लिखकर आश्वासन दिया कि वह इस मामले में अपनी तटस्थता और निष्पक्षता को बरकरार रखेगा, ताकि सुलह का रास्ता खोजा जा सके।
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