नई दिल्ली। पूर्व
केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने किसानों के
विरोध-प्रदर्शन को खालिस्तान समर्थकों और नक्सली तत्वों से जोड़ने पर
केंद्र की खिंचाई की और सवाल किया कि अगर ऐसा है तो सरकार ने
प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत क्यों की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मंत्रियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ
प्रदर्शन कर रहे किसानों को को खालिस्तानी, पाकिस्तानी, चीन के एजेंटों,
नक्सली और 'टुकड़े-टुकड़े' गिरोह के रूप में वर्णित किया है। यदि आप इन सभी
श्रेणियों की बात करते हैं, तो इसका मतलब है कि हजारों प्रदर्शनकारियों के
बीच कोई किसान नहीं है। यदि किसान नहीं हैं, तो सरकार उनसे क्यों बात कर
रही है?" ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस बीच, प्रदर्शनकारी किसानों के साथ केंद्र की बातचीत बंद
होने के बीच, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को पंजाब के भाजपा
नेताओं के साथ कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में किसानों के
मुद्दों पर चर्चा की।
यहां शाह के आवास पर लगभग 40 मिनट की बैठक
में, पंजाब की स्थिति और आने वाले दिनों में किसानों का विरोध प्रदर्शन और
तेज होने की स्थिति से निपटने के कदमों पर भी चर्चा हुई। बैठक में केंद्रीय
वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश भी मौजूद थे। (आईएएनएस)
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