भीलवाड़ा। जिले में अंधविश्वास का दंश लाख कोशिशों के बाद भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। यहां पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद भी निमोनिया रोग का दूर करने के लिए गर्म सलाखों से दागने का सिलसिला जारी है। [ अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में रविवार शाम को ऐसा ही मामला फिर सामने आया। जहां राजाजी का करेड़ा निवासी मासूम को गर्म सलाख से दागने के बाद भर्ती करवाया गया। बच्चे को निमोनिया हो गया था तो उसकी मां ने ही गर्म सलाख से उसके पेट पर दाग दिया। इस कारण बच्चे की हालत गंभीर हो गई। राजाजी करेडा निवासी रतन दास की पत्नी मेमा देवी ने कहा कि उसके 2 वर्षीय बेटे राहुल को कुछ दिनों से सांस की बिमारी हो गई थी। उसे करेड़ा चिकित्सालय में भी दिखाया, लेकिन वहां इलाज नहीं हो पाया। इसके बाद उसने घर पर ही उसे गर्म सलाख से दाग दिया। वहीं महिला एवं बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सुमन त्रिवेदी ने कहा कि हम लगातार लोगों को इसके प्रति जागरूक कर रहे हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों में यह अब भी यह सिलसिल रुक नहीं पा रहा। मासूम बच्चों को गर्म सलाखों से दाग देना क्रूरता की श्रेणी में आता है और लोगों को इसके बारे में समझना होगा।
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