फतेहाबाद। जाट प्रदर्शनकारियों को रविवार को दिल्ली कूच करने से जब रोका गया तब
पुलिस से उनकी झड़प हो गई। इसमें एक पुलिस अधीक्षक और एक पुलिस उपाधीक्षक
सहित नौ पुलिसकर्मी घायल हो गए।
प्रदर्शनकारियों ने सिरसा-हिसार-दिल्ली
राष्ट्रीय राजमार्ग पर धानी गोपाल गांव में हुई झड़प के दौरान पुलिस की दो
बसों को भी आग के हवाले कर दिया। स्थिति उस वक्त तनावपूर्ण हो गई, जब हिसार
जिले के चामरखेड़ा और खीरी गांवों से जाट प्रदर्शनकारियों ने धानी गोपाल
में धरने में शामिल होने के लिए फतेहाबाद जिले में घुसने की कोशिश की।
हरियाणा के फतेहाबाद में जाट आंदोलनकारियों ने पुलिस की 2 बसों में आग लगा दी और करीब 200 पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया। पथराव में एक डीएसपी को चोट आई। कुछ आंदोलनकारी और मीडियाकर्मी भी घायल हुए हैं। हालात को काबू करने के लिए मौके पर एक्स्ट्रा फोर्स बुलाई गई। बता दें कि अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक गुट ने सोमवार को दिल्ली में संसद भवन का घेराव करने का एलान किया है। इसी को देखते हुए हरियाणा और दिल्ली में सुरक्षा कड़ी की गई है।
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