नई दिल्ली । इस साल जुलाई में 53 लाख से अधिक आधार जारी किए गए। आईटी मंत्रालय के अनुसार, कम से कम 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अब 90 प्रतिशत से अधिक की संतृप्ति है। जुलाई के दौरान बनाए गए अधिकांश आधार 18 वर्ष (0-18 आयु वर्ग) से कम उम्र के बच्चों के थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मंत्रालय ने कहा कि पूरे भारत में आधार पंजीकरण, उपयोग और अपनाने की प्रगति अच्छी तरह से हो रही है, और जुलाई 2022 के अंत तक, निवासियों के लिए अब तक 134.11 करोड़ से अधिक आधार संख्याएं तैयार की जा चुकी हैं।
निवासियों ने जुलाई के महीने में सफलतापूर्वक 1.47 करोड़ आधार अपडेट किए, और जुलाई के अंत तक, निवासियों के अनुरोधों के बाद 63.55 करोड़ आधार नंबर सफलतापूर्वक अपडेट किए गए हैं।
ये अद्यतन अनुरोध जनसांख्यिकीय के साथ-साथ भौतिक आधार केंद्रों पर और ऑनलाइन आधार प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किए गए बायोमेट्रिक अपडेट से संबंधित हैं।
जुलाई में आधार के जरिए 152.5 करोड़ प्रमाणीकरण लेनदेन किए गए थे।
इनमें से अधिकांश मासिक लेन-देन नंबर फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण (122.57 करोड़) का उपयोग करके किए गए थे, इसके बाद जनसांख्यिकीय प्रमाणीकरण किया गया था।
जुलाई 2022 के अंत तक, कुल 7,855.24 करोड़ आधार प्रमाणीकरण किए जा चुके हैं, जबकि जून के अंत तक 7,702.74 करोड़ ऐसे प्रमाणीकरण किए गए थे।
आधार, सुशासन का एक डिजिटल बुनियादी ढांचा, जीवन में आसानी और व्यापार करने में आसानी दोनों का उत्प्रेरक है।
डिजिटल आईडी केंद्र और राज्यों में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को लक्षित लाभार्थियों को दक्षता, पारदर्शिता और कल्याणकारी सेवाओं के वितरण में सुधार करने में मदद कर रही है।
केंद्र और राज्यों दोनों द्वारा देश में चलाई जा रही लगभग 900 सामाजिक कल्याण योजनाओं को अब तक आधार का उपयोग करने के लिए अधिसूचित किया गया है।
--आईएएनएस
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