नई दिल्ली। डोकलाम गतिरोध के 8 महीने बाद केंद्रीय मंत्री ने भारत-चीन सीमा पर फिर से तनाव बढ़ने की आशंका जताई है। रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने गुरुवार को कहा कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हालात संवेदनशील हैं। यहां स्थिति ज्यादा गंभीर बनने की संभावना है। उन्होंने आशंका जताई कि भारत के पड़ोस में अस्थिरता के कारण महाविनाश के अस्त्र (डब्ल्यूएमडी) का प्रसार होने की संभावना बढ़ गई है, जो ऐसे लोगों (नान स्टेट एक्टर) के हाथ भी लग सकते हैं, जिनका किसी भी देश के सरोकार से कोई मतलब नहीं है।
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यहां सेना के सालाना सम्मेलन में भामरे ने कहा, "आज हम अपने मुश्किल पड़ोस के साथ कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। एलएसी (चीन के साथ) पर हालात संवेदनशील हैं। गश्त, अतिक्रमण और सैन्य गतिरोध की घटनाएं बढ़ सकती हैं।" उन्होंने कहा कि एलएसी की शुचिता बनाए रखने के लिए हमें सभी जरूरी कदम उठाने होंगे। बाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान भामरे ने कहा, "एलएसी पर कई सारी बातें हो रही हैं। आप नहीं जान सकते कि इनमें से किस बात को लेकर मामला गंभीर हो सकता है।"
इससे पहले सेमिनार में उन्होंने कहा कि परंपरागत खतरों के अलावा साइबर क्षेत्र में घात के अपरंपरागत खतरे भी हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया के जरिये बढ़ते धार्मिक रूढ़िवाद का प्रसार चिंता का विषय है। पाकिस्तान इस्लामिक स्टेट (आईएस) विचारधारा को पूर्व की ओर फैलाने में एक वाहक की तरह कार्य कर रहा है।
-आईएएनएस
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