नयी दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चौतरफा दबाव के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में गत माह 10 फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
फरवरी में घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट रही लेकिन मार्च में निवेशकों के भरोसे के लौटने से बीएसई के सेंसेक्स और एनएसई के निफ्टी दोनों में तेजी रही।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुताबिक मार्च में बीएसई 200 सूचकांक की 65 फीसदी कंपनियों में तेजी रही। इसी तरह निफ्टी की भी 70 प्रतिशत कंपनियों में लिवाली का जोर रहा।
कंपनी ने बताया कि वाहन क्षेत्र को छोड़कर अन्य बड़े क्षेत्रों में भी बढ़त देखी गई। मार्च में अडानी समूह की कंपनियों ने सर्वाधिक लाभ हासिल किया।
ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक कच्चे तेल के दामों में जारी तेजी भारतीय बाजार पर हावी रहेगी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसके दाम 100 डॉलर प्रति बैरल से अधिक हैं।
देश में मार्च में हुये विधानसभा चुनाव के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम में नौ से दस रुपये प्रति लीटर तक बढ़ोतरी हुई है।
--आईएएनएस
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