उनकी सरकार पर हमारा कोई प्रभाव नहीं : भागवत ये भी पढ़ें - अजब गजबः यहां शिवलिंग पर हर साल गिरती है बिजली
मोहन भागवत ने कहा है, ‘ये
जो कयास लगता है कि नागपुर से फोन जाता है। सलाह दी जाती है कि क्या करना
है! तो सब गलत है। अगर उनको सलाह चाहिए। तभी सलाह दी जाती है।’ उन्होंने
आगे कहा, ‘उनकी राजनीति पर हमारा कोई प्रभाव नहीं है और उनकी सरकार पर भी
हमारा कोई प्रभाव नहीं है। वो स्वयंसेवक हैं।
उनका अपना विचार है। ऐसे
स्वतंत्रता और स्वायत्तता से सरकार चलती है। संघ का मानना है कि संविधान की
परिकल्पना के अनुसार सत्ता का केन्द्र बने रहना चाहिए और यदि ऐसा नहीं
होता है तो हमारा मानना है कि यह गलत है।’
बता दे, कार्यक्रम में
मोहन भागवत ने कहा कि संघ को समझने के लिए 1925 की पृष्ठभूमि को समझना होगा
जब नागपुर में इस संगठन की नींव डाली गई। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए
उन्होंने कहा कि इतिहास हर एक घटना का निर्मम मूल्यांकन करता है। ऐसे में
हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि हम समाज, देश और दुनिया को किस रूप में
योगदान दे रहे हैं।
इससे पहले कार्यक्रम के पहले दिन आरएसएस प्रमुख मोहन
भागवत ने लोगों को संबोधित किया और उन्हें संघ का मतलब समझाया। भागवत ने
बताया कि आरएसएस का मकसद व्यक्ति का निर्माण और पूरे हिंदू समाज को एकजुट
करना है। पहले दिन के समारोह में राजनीतिक, बॉलीवुड और धार्मिक-सामाजिक
क्षेत्र की नामचीन हस्तियों ने हिस्सा लिया। भागवत ने कहा कि आरएसएस समाज
पर प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश नहीं करता।
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