पटना। बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री रहे डॉ. जगन्नाथ मिश्र ने 82 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। बुधवार को जगन्नाथ मिश्र के गृह जिले सुपौल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान प्रशासनिक स्तर की सभी तैयारियां की गई थी लेकिन इस विशेष मौके पर बिहार पुलिस की कलई खुलकर सामने आ गई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दरअसल मिश्रा को जब 21 बंदूकों के साथ सलामी दी जा रही थी तो एक भी बंदकू इस दौरान नहीं चल सकी। गौर करने वाली बात यह है कि इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वहां मौजूद थे। गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान पुलिस की एक भी रायफल नहीं चलने के इस मामले को पुलिस प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
सुपौल के पुलिस अधीक्षक मृत्युंजय चौधरी द्वारा लापरवाही बरतने पर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिस समय अंतिम संस्कार हो रहा था उस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री के अलावा उप मुख्यमंत्री सहित कई विपक्ष के राजनेता भी उपस्थित थे।
बता दे, जगन्नाथ मिश्र 1975 में पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने और 1977 अप्रैल तक इस पद पर काबिज रहे। उसके बाद 1980 में उन्होंने फिर तीन साल के लिए मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली। तीसरी बार वह 1989 में तीन महीने के लिए बिहार के सीएम रहे। उनके कार्यकाल के दौरान कांग्रेस की बिहार में मजबूत पकड़ थी। बाद में वह जेडीयू में शामिल हो गए। 1996 में सामने आए चारा घोटाले में उनका भी नाम सामने आया।
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