नई दिल्ली। पिता धीरूभाई अंबानी के जन्मदिन के दिन बड़े भाई मुकेश अंबानी ने अपने छोटे भाई अनिल अंबानी को बड़ा तोहफा दिया है। नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. की सहायक कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम (आरजेआईएल) ने गुरुवार को रिलायंस कम्यूनिकेशंस (आरकॉम) और उसकी सहयोगी कंपनियों की निर्दिष्ट संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किया है। कंपनी डील से मिले पैसों का उपयोग कर्ज चुकाने में करेगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एक बयान में कहा गया कि इस समझौते के तहत, जियो या उसके द्वारा नामांकित कंपनी आरकॉम और उसकी सहयोगी कंपनियों की चार श्रेणियों की परिसंपत्ति का अधिग्रहण करेगी, जिसमें टॉवर्स, ऑप्टिक फाइबर केबल नेटवर्क, स्पेक्ट्रम और मीडिया कनवर्जेस नोड्स शामिल हैं।
बयान में कहा गया, ये परिसंपत्तियां रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है, जो आरजेआईएल की वायरलेस और फाइबर टू होम व एंटरप्राइस सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान करेंगी। आरकॉम के कर्जदाताओं द्वारा आरकॉम के परिसंपत्तियों की बिक्री की जा रही है, जिन्होंने एसबीआई कैपिटल मार्केट लि. को इस प्रक्रिया के लिए अधिकृत किया है। इस प्रक्रिया का पर्यवेक्षण उद्योग के विशेषज्ञों के एक स्वतंत्र समूह द्वारा किया जा रहा है। आरजेआईएल दो चरण में चलने वाली नीलामी प्रक्रिया के दौरान सफल बोलीदाता के रूप में उभरी है।
बयान में कहा गया, यह अधिग्रहण सौदा सरकारी और नियामकीय मंजूरियों, सभी कर्जदारों की सहमति, शेयरधारकों की स्वीकृति पर निर्भर करेगा। इस सौदे के लिए रिलायंस जियो को गोल्डमैन सैक्स, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स, जेएम फाइनेंशियल प्राइवेट लिमिटेड, डेविस पॉक, वार्डवेल एलएलपी, सिरील अमरचंद मंगलदास, खेतान एंड को और अर्रेस्ट एंड यंग ने सलाह दी थी।
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