कानपुर। जीएम की सख्ती से रेलवे ने कानपुर सहित कई स्टेशनों पर बगैर टिकट चलने वालों के खिलाफ पांच दिवसीय अभियान चलाया। जिससे रेलवे को आठ लाख से अधिक राजस्व मिल गया। इसके साथ ही बेटिकट यात्रा करने वालों में जबरदस्त खौफ बना हुआ है। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक एम.सी. चौहान ने विगत दो माह पहले पदभार ग्रहण किया था। जिसके बाद से लगातार चौहान कानपुर सहित आस-पास के प्रमुख स्टेशनों का दौरा कर खामियों का निराकरण कर रहें है। इसके अलावा रेलवे का राजस्व बढ़ाने के लिए पांच दिनों से विशेष अभियान भी चलाया। जन संपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे के उप मुख्य वाणिज्य प्रबन्धक विपिन कुमार सिंह के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया है। अभियान के अंतर्गत इलाहाबाद, कानपुर, झाँसी तथा ग्वालियर परिक्षेत्रों में सघन टिकट चेकिंग हुई। साथ ही गन्दगी फ़ैलाने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गयी। इस अभियान के अंतर्गत कुल मिलाकर 2118 व्यक्तियों के विरूद्ध जुर्माना लगाने की कार्रवाई की गयी तथा 8,10,920 रूपये का राजस्व अर्जित किया गया। बताया कि इस विशेष टिकट जांच अभियान से जहाँ एक ओर यात्रा टिकटों तथा प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री में अभूतपूर्व बृद्धि हुयी है, वहीं बिना टिकट चलने वालों में भय व्याप्त हुआ है इससे कानून व्यवस्था की स्थिति सुधार हो रहा है।
सिपाहियों को भी नहीं गया बख्शा
अमित मालवीय ने बताया कि अभियान से मार्च में इलाहाबाद स्टेशन की टिकट बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में 4.3 प्रतिशत, कानपुर स्टेशन पर एक प्रतिशत, झांसी स्टेशन पर लगभग ढ़ाई प्रतिशत एवं ग्वालियर स्टेशन पर साढ़े सात प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। बताया कि टिकट जांच अभियान के दौरान देखा गया है कि बिना टिकट यात्रा करने वालों में छात्रों, महिलाओं के साथ ज्यादातर सिपाही व वकील थे। सिपाही व वकील जुर्माना देने में नानुकुर तो बहुत किये पर आरपीएफ के आगे उनकी एक नहीं चली।
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