नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बीच बहस जारी है। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का न्योता राहुल गांधी ने बिना शर्त कबूल कर लिया है। उन्होंने कहा कि मैं बिना शर्त कश्मीर आने के लिए तैयार हूं। राज्यपाल बताएं कब आना है। राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट किया कि प्रिय 'मालिक' जी, मैने देखा कि आपने मेरे ट्वीट का साधारण जवाब दिया। मैं जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने और लोगों से मिलने के आपके निमंत्रण को स्वीकार करता हूं, जिसमें कोई भी शर्त नहीं है। मैं कब आ सकता हूं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कश्मीर में हिंसा की खबरों पर गांधी के बयान पर राज्यपाल मलिक ने सोमवार को कहा था, मैं राहुल गांधी को घाटी का दौरा करने और जमीनी हकीकत जानने के लिए एक विमान भेजेंगे। गांधी ने मंगलवार को मलिक के राज्य का दौरा करने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया था लेकिन कहा था कि उन्हें विमान की जरूरत नहीं है और वह तथा अन्य विपक्षी नेता भी यात्रा करेंगे। कांग्रेस नेता ने ट्वीट करके राज्यपाल से निवेदन किया था कि उन्हें लोगों और जवानों से मिलने की आजादी दी जाए।
दरअसल, राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में हिंसा की खबरों को लेकर चिंता जताई थी। इसके बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि यहां आकर स्थिति देख जाइए, आपके लिए राज्य सरकार का विमान मैं भेजता हूं। इसके जवाब में राहुल ने कहा कि विमान छोड़िए, विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल को वहां का दौरा करने दीजिए। इस पर राज्यपाल ने आरोप लगाया कि राहुल विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल लाने की बात करके अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। राज्यपाल के अनुसार राहुल ने यात्रा के लिए कई शर्तें रखी थीं जिनमें हिरासत में बंद मुख्यधारा के नेताओं से मुलाकात भी शामिल है। मलिक ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेता को इतनी पूर्व शर्तों के साथ आमंत्रित नहीं किया था।
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