जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि युवा पीढ़ी में अपने समृद्ध इतिहास, संस्कृति तथा महापुरुषों के प्रति गौरव का भाव जाग्रत हो, इसके लिए प्रदेश में वंशावली संरक्षण के काम को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा। [ अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
राजे शुक्रवार को विद्याश्रम स्कूल स्थित महाराणा प्रताप सभागार में अखिल भारतीय संस्कृति समन्वय संस्थान, जयपुर की ओर से आयोजित श्रद्धेय मुकुन्द आत्माराम पणशीकर स्मृति ग्रंथ विमोचन समारोह तथा ‘भारत की सांस्कृतिक पहचान-चुनौतियां एवं संभावनाएं’ विषय पर राष्ट्रीय आख्यान को संबोधित कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर योग तथा आयुर्वेद के प्रसार पर जोर देते हुए कहा कि आज विकसित देश भी हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा दिए गए बहुमूल्य ज्ञान को अपना रहे हैं। जीवन को निरोग बनाने की इस पद्धति को बढ़ावा मिले, इसके लिए हमने इस बार के बजट में आयुर्वेद को महत्व देने की पूरी कोशिश की है।
कार्यक्रम में केन्द्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडक़री ने कहा कि हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा मूल्य आधारित पारिवारिक जीवन पद्धति ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि हमें इतिहास और श्रद्धेय पणशीकर जैसे महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है। गडक़री ने कहा कि अपने संस्कारों, जीवन पद्धति तथा सर्वसमावेशिकता जैसे गुणों के आधार पर भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करने की क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि हम सबको इस बात पर गर्व करना चाहिए कि हमारी संस्कृति विश्व की सबसे समृद्ध धरोहर है और पूरी दुनिया को दिशा देने की ताकत हमारी विरासत में है।
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