साहिबगंज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पूर्वोत्तर भारत के लिए विकास का द्वार खोल दिए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को झारखंड के साहिबगंज में गंगा नदी पर मल्टी-मॉडल टर्मिनल की आधारशिला रखी। इसके अलावा साहिबगंज-गोविंदपुर मनिहारी सडक़ का भी शुभारंभ किया।
पुल का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए सबसे पहले मोदी ने संथाली के लोगों का अभिवादन किया। मोदी ने कहा कि मल्टी-मॉडल टर्मिनल वाराणसी से हल्दिया तक 1390 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू)-1 विकास का एक महत्वपूर्ण घटक है। उन्होंने कहा कि संथाल इलाके का अगर भला करना है तो आदिवासी भाई बहनों की जिंदगी में बदलाव लाना है तो उसका विकास ही उपाय है। झारखंड और बिहार को जोडऩे लिए बनाया जाने वाला पुल विकास का साधन बनेगा।
विश्व बैंक की तकनीकी और वित्तीय सहायता के साथ एनडब्ल्यू-1 को भारत के अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के जल मार्ग विकास परियोजना के तहत इसको विकसित किया जा रहा है। इसकी अनुमानित लागत 5369 करोड़ रुपये है। यह परियोजना 1500-2000 डीडब्ल्यूटी की क्षमता वाली जहाजों के व्यावसायिक नौवहन को सक्षम बनाएगी।
आपको बता दें कि साहिबगंज टर्मिनल एनडब्ल्यू-1 पर निर्मित हो रहे तीन बहु-मोडल टर्मिनलों में दूसरा टर्मिनल है। इससे पहले मई 2016 में, आईआरडब्ल्यूएआई को वाराणसी में एक बहु-मोडल टर्मिनल का निर्माण करने के लिए अनुबंध दिया गया था। बयान में कहा गया है कि तीसरे टर्मिनल का निर्माण पश्चिम बंगाल के हल्दिया में होगा। एनडब्ल्यू -1 पर बड़ी संख्या में कार्गो की आवाजाही और आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए टर्मिनलों का निर्माण आवश्यक है। साहिबगंज में टर्मिनल का निर्माण कार्य 2019 में पूरा होगा, जिसके बाद इसकी कार्गो हैंडलिंग क्षमता 22.4 लाख टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) होगी।
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