नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि मालदीव और श्रीलंका के उनके दौरे से दोनों देशों के साथ भारत के रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे। दौरे पर रवाना होने से पहले जारी बयान में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मालदीव में राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और कोलंबो में श्रीलंका के शीर्ष नेता से मुलाकात करेंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मोदी ने कहा, "मुझे विश्वास है कि मालदीव और श्रीलंका के मेरे दौरे से समुद्री क्षेत्र में स्थित हमारे पड़ोसियों के साथ हमारी निकटता और रिश्ते में और प्रगाढ़ता आएगी। यह हमारी 'पड़ोसी पहले नीति' और क्षेत्र में सबकी सुरक्षा और विकास के हमारे नजरिए के अनुरूप होगी।"
दोबारा सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री अपने पहले विदेश दौरे पर मालदीव और श्रीलंका जा रहे हैं। वह आठ जून को मालदीव और नौ जून को श्रीलंका पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह और श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के आमंत्रण पर इन दोनों देशों के दौरे पर जा रहे हैं।
उन्होंने मालदीव को महत्वपूर्ण साझेदार बताते हुए कहा, "मालदीव का मेरा दौरा दोनों देशों के महत्व को प्रतिबिंबित करता है। हम दोनों समुद्री क्षेत्र के पड़ोसी के रूप में अपने रिश्तों से जुड़े हैं और लंबे अरसे से हमारी मित्रता बनी हुई है।" भारत का मालदीव के साथ गहरा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध रहा है।
उन्होंने कहा, "मालदीव के साथ हमारा द्विपक्षीय संबंध विगत दिनों काफी मजबूत हुआ है। मुझे विश्वास है कि मेरे दौरे से हमारी बहुआयामी साझेदारी को और मजबूती मिलेगी।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका श्रीलंका का दौरा वहां ईस्टर रविवार के मौके पर हुए आतंकी हमले के मद्देनजर श्रीलंका की सरकार और जनता के साथ एकजुटता जाहिर करता है।
मोदी ने कहा, "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत श्रीलंका के साथ खड़ा है। पिछले कुछ वर्षो के दौरान हमारे द्विपक्षीय संबंधों में काफी मजबूती आई है। मैं अपने दौरे के दौरान श्रीलंका के नेता से मुलाकात का इंतजार कर रहा हूं।"
(आईएएनएस)
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