नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि देश में ऊर्जा अवसंरचना के विकास और पूर्वोत्तर भारत में ऊर्जा की पहुंच सुलभ कराने की जरूरत है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर यह जानकारी दी। मोदी ने सोमवार को पूरे दुनिया के तेल व गैस प्रमुखों और विशेषज्ञों से मुलाकात की। इस बैठक में रोसनेफ्ट, बीपी, रिलायंस, सऊदी अरामको, एक्सॉन मोबिल, रॉयल डच शेल, वेदांता, वुड मेक्केंजी, आईएचएस माॢकट, हैलिबुरटॉन, एक्सकोल, ओएनजीसी, इंडियन ऑयल, गेल, पेट्रोनेट एलएनजी, ऑयल इंडिया, एचपीसीएल, डेलोनेक्स एनर्जी, एनआईपीएफपी, इंटरनेशलन गैस यूनियन, वर्ल्ड बैंक, और अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी(सीईओ) एवं शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में ऊर्जा क्षेत्र की स्थिति बहुत असमान है। उन्होंने व्यापक ऊर्जा नीति के सुझाव का स्वागत किया और ऊर्जा संरचना के विकास की जरूरत व पूर्वोत्तर भारत में ऊर्जा की पहुंच बढ़ाने पर भी जोर दिया। मोदी ने बायोमास ऊर्जा की संभावनाओं पर भी जोर दिया और कोयला गैसीकरण के लिए साझेदारी एवं संयुक्त उपक्रमों के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने तेल एवं गैस क्षेत्र में उन्नयन एवं शोध की सभी संभावनाओं का भी स्वागत किया।
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