ये नेता नहीं हो रहे शामिल...
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता
बनर्जी के बाद अन्य क्षेत्रीय दलों के प्रमुख भी बैठक का हिस्सा बनने से
इनकार किया। अब कांग्रेस ने भी बैठक में शामिल होने से मना कर दिया है।
ममता के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमो मायावती, दिल्ली के
मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल, तेलुगू देशम पार्टी
(टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने
भी बैठक में नहीं शामिल होने का मन बनाया है। हालांकि, इनमें से कुछ नेता
बैठक में अपने प्रतिनिधियों को भेजेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन
सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों को बुधवार को एक बैठक में हिस्सा लेने के
लिए आमंत्रित किया है जिनका लोकसभा अथवा राज्यसभा में एक भी सदस्य है। इस
बैठक में ‘एक देश, एक चुनाव’ के अलावा कुछ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी
चर्चा होगी।
बैठक में आने से इनका इनकार...
कांग्रेस, चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी), ममता बनर्जी (टीएमसी), मायावती (बीएसपी)
मायावती ने दी ये दलील...
मायावती
ने बैठक में शामिल न होने की जानकारी ट्वीट करते हुए लिखा, ‘किसी भी
लोकतांत्रिक देश में चुनाव कभी कोई समस्या नहीं हो सकती है और न ही चुनाव
को कभी धन के व्यय-अपव्यय से तौलना उचित है। देश में ‘एक देश, एक चुनाव’ की
बात वास्तव में गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ती हिंसा जैसी ज्वलंत
राष्ट्रीय समस्याओं से ध्यान बांटने का प्रयास व छलावा मात्र है।’
मायावती
ने आगे लिखा, ‘बैलट पेपर के बजाय ईवीएम के माध्यम से चुनाव की सरकारी जिद
से देश के लोकतंत्र व संविधान को असली खतरे का सामना है। ईवीएम के प्रति
जनता का विश्वास चिन्ताजनक स्तर तक घट गया है। ऐसे में इस घातक समस्या पर
विचार करने हेतु अगर आज की बैठक बुलाई गई होती तो मैं अवश्य ही उसमें शामिल
होती।
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