हैदराबाद। तेलंगाना सरकार ने सोमवार को राज्य का 2017-18 का बजट पेश किया
जिसमें कोई नया कर नहीं लगाया गया है। 1.50 लाख करोड के इस बजट में
4,571.30 करोड का राजस्व अधिशेष दिखाया गया है। वित्तीय घाटा 26,096 करोड
दिखाया गया है जो कि राज्य की जीडीपी का 3.48 फीसदी है।
वित्त मंत्री ई राजेंद्र ने केंद्र सरकार के नए दिशा निर्देशों के तहत नए
फार्मेट में बजट पेश किया। योजनागत व्यय और गैरयोजनागत व्यय को प्रतिबद्ध
व्यय और योजनाओं पर व्यय के रूप में पेश किया गया। प्रतिबद्ध व्यय को बजट
में 61,607.20 करोड बताया गया है जबकि योजनाओं पर व्यय 88,038.80 करोड
रूपये बताया गया है।
[ अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
नोटबंदी का बजट पर प्रतिकूल असर...
वित्त मंत्री ने कहा कि नोटबंदी का बजट पर प्रतिकूल असर पडा है। इससे
मौजूदा वित्त वर्ष में राजस्व संग्रह प्रभावित हुआ है। लेकिन, उन्होंने
उम्मीद जताई कि नकदी लेनदेन में कमी से कर संग्रह बढेगा और केंद्र की तरफ
से राज्य को मिलने वाले करों में भी सुधार होगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के आठ महीनों में नोटबंदी के असर
के बावजूद कर संग्रह प्रभावशाली रूप से 19.61 फीसदी रहा।
उन्होंने बताया कि कल्याण लक्ष्मी/शादी मुबारक योजना के तहत निर्धन परिवार
की बेटियों की शादी के लिए आर्थिक मदद को 51 हजार से बढाकर 75,116 रूपये
किया जा रहा है। राजेंद्र ने कहा कि सभी क्षेत्रों में बीते वर्ष की तुलना
में इस बार अधिक पैसा दिया गया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सिंचाई राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस
मद में 23,675 करोड रूपये आवंटित किए गए हैं।
किसानों की कर्ज माफी के लिए 4000 करोड...
हरियाणा विधानसभा चुनाव: 90 सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न, कहां कितना मतदान हुआ, यहां देखें
ठाणे में बोले मोदी : अगर हम बंटेंगे तो बांटने वाले महफिल सजाएंगे
कर्नाटक के मंत्री सीएम की कुर्सी के लिए खुद को तैयार करने की कर रहे हैं कोशिश - भाजपा
Daily Horoscope