नई दिल्ली। स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता सुभाष चंद्र बोस की मौत की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है। ऐसे में अब फ्रेंच रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि विमान दुर्घटना में नेताजी की मौत नहीं हुई थी। पेरिस के इतिहासकार जे बी पी मोरे ने 11 दिसंबर 1947 की एक फ्रेंच सीक्रेट सर्विस रिपोर्ट के आधार पर कहा है कि नेताजी की मौत हवाई दुर्घटना में नहीं हुई थी, बल्कि वे 1947 तक जिंदा थे। पेरिस में पढ़ाने वाले मोरे कहते हैं, कागजातों में भी नहीं लिखा है कि बोस की मौत हवाई दुर्घटना में हुई थी। 1947 तक उनके ठिकाने के बारे में खबर थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
रिपोर्ट के मुताबिक सुभाष चंद्र बोस इंडो-चाइना बॉर्डर से जिंदा बच निकले थे और 1947 तक जिंदा भी थे। वह जापान की हिकारी किकान के सदस्य होने के साथ-साथ इंडियन इंडिपेंडेंस लीग के पूर्व मुखिया भी थे। कहा जाता है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जापान की हार के बाद सुभाष चंद्र बोस ने रूस से सहायता मांगने का विचार किया। 18 अगस्त 1945 को जब वह मंचूरिया की ओर जा रहे थे, तभी उनका विमान लापता हो गया और वह फिर कभी नजर नहीं आए।
Politics At Peak : अमेठी में कांग्रेस नेता सुबह भाजपा में गए, शाम को घर वापसी
वोटिंग ऑफर : अंगुली पर लगी नीली स्याही दिखाकर दो दिन 50 प्रतिशत तक की छूट ले सकेंगे मतदाता
भाजपा उम्मीदवारों को जनता समझती है, वोट की चोट से देगी जवाब : दिग्विजय चौटाला
Daily Horoscope