नई दिल्ली । NIIO संगोष्ठी 'स्वावलंबन' को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा बीते दशकों की अप्रोच से सीखते हुए आज हम सबके प्रयास की ताकत से नए रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र का विकास कर रहे हैं। आज रक्षा अनुसंधान एवं विकास को निजी क्षेत्र, शिक्षाविद, MSMEs और स्टार्ट-अप के लिए खोल दिया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नौसेना के लिए 75 स्वदेशी प्रौद्योगिकियों का निर्माण एक तरह से पहला कदम है। हमें इनकी संख्या को लगातार बढ़ाने के लिए काम करना है। आपका लक्ष्य होना चाहिए कि भारत जब अपनी आजादी के 100 वर्ष का पर्व मनाए, उस समय हमारी नौसेना एक अभूतपूर्व ऊंचाई पर हो।
मोदी ने कहा भारतीय सेनाओं में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य, 21वीं सदी के भारत
के लिए बहुत जरूरी है। आत्मनिर्भर नौसेना के लिए पहले स्वावलंबन सेमिनार का
आयोजन होना, इस दिशा में अहम कदम है ।
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