लाहौर। लाहौर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने भारतीय नागरिक और पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव की फांसी के मामले में वकीलों की चेतावनी दी है कि अगर किसी भी वकील ने उसका केस लिया तो बार उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। बार एसोसिएशन शुक्रवार को कहा कि जो भी वकील भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को अपनी सेवाएं (पैरवी) देगा उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। लाहौर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सेक्रेटरी-जनरल आमेर सईद रान ने आज हुई एक बैठक के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि बार एसोसिएशन ने सरकार से कहा है कि वह जाधव के केस में किसी भी विदेशी दबाव के आगे ना झुके। जाधव को पाकिस्तान के आर्मी कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है।
सईद ने कहा, ‘भारत ने जाधव को अपना बेटा स्वीकार किया है और उसे छुड़ाने के लिए पाकिस्तान की सरकार पर दबाव बना रहा है। हम मांग करते हैं कि पाकिस्तानियों की जिंदगी से खेलने वाले भारतीय जासूस को नहीं बचाया जाना चाहिए और सरकार को उसे फांसी देनी चाहिए।’
इस बीच इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावले ने पाकिस्तान के विदेश सचिव तहमीना जनजुआ से जाधव के केस मामले में मुलाकात की है। बंबावले ने जनजुआ से मुलाकात के दौरान जाधव को काउंसलर उपलब्ध कराने का मुद्दा उठाया। उन्होंने जाधव पर सुनाएगे फैसले और केस से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध कराने की मांग की। इस संबंध में पिछले साल पाकिस्तान ने भारत द्वारा की गईं 13 अपीलों को खारिज कर दिया था।
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