नई दिल्ली। आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने कैबिनेट सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि वह वोडाफोन-आइडिया में अपनी हिस्सेदारी किसी भी सरकारी इकाई को सौंपने के लिए तैयार हैं। 7 जून को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा को लिखे एक पत्र में, बिड़ला ने कहा," वोडाफोन आइडिया से जुड़े 27 करोड़ भारतीयों के प्रति 'कर्तव्य की भावना' के साथ, बिड़ला अपनी हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई (पीएसयू) को सौंपने के लिए तैयार है, जो एक सरकारी इकाई है या कोई घरेलू वित्तीय इकाई, या कोई अन्य संस्था, जिसे सरकार कंपनी को चालू रखने के योग्य मान सकती है।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बिड़ला ने कहा कि वीआईएल, वीआईएल के संचालन को बनाए रखने और नियामक और सरकारी बकाया का भुगतान करने के लिए 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशक तीन-खिलाड़ी दूरसंचार बाजार के लिए एक स्पष्ट सरकार की मंशा देखना चाहते थे।
पत्र में, बिड़ला ने समायोजित सकल राजस्व (एजीआर), स्पेक्ट्रम बकाया पर पर्याप्त स्थगन और फ्लोर प्राइसिंग पर स्पष्टता की मांग करते हुए कहा कि तत्काल और सक्रिय सरकारी समर्थन के बिना वीआईएल का संचालन 'पतन के अपरिवर्तनीय बिंदु' पर होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि निवेशकों ने भी इन मुद्दों पर स्पष्टता मांगी है।
बिड़ला ने कहा कि उन्हें और उनकी टीम को कंपनी को बचाने के लिए सभी संभावित विकल्पों का तत्काल पता लगाने और हमारे निजी हित पर कोई विचार किए बिना सरकार के साथ काम करने में खुशी होगी । (आईएएनएस)
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