श्रीनगर। कश्मीर घाटी में पत्थरबाजों से निपटने के लिए अब प्लास्टिक
बुलेट्स यानी रबर की गोलियों का इस्तेमाल किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक
गृह मंत्रालय ने पत्थरबाजों से निपटने के लिए सुरक्षाबलों को प्लास्टिक
बुलेट्स का प्रयोग करने को कहा है। लाखों प्लास्टिक बुलेट्स कश्मीर भेजे गए
हैं।
मंत्रालय ने सुरक्षाबलों से कहा है कि पेलेट गन का इस्तेमाल अंतिम उपाय के
रूप में किया जाए। बता दें, पेलेट गन्स की वजह से कश्मीर में सैकडों लोग
अपनी आंखों की रोशनी गंवा चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट भी इसका विकल्प तलाशने
को कह चुका है।
बताया गया कि प्लास्टिक की बुलेट्स शरीर में नहीं धंसती हैं। इन्हें इंसास
राइफल्स से फायर किया जाता है।
बता दें,सुरक्षाबलों को कश्मीर में इन दिनों
अक्सर हिंसक प्रदर्शनों और पत्थरबाजी का सामना करना पडता है। खासकर
आतंकवादियों से मुठभे़ड के दौरान स्थानीय लोग पत्थरबाजी करते हुए सेना को
बाधा पहुंचाते हैं। पत्थरबाजों का मुकाबला करने के लिए सुरक्षाकर्मी पावा
शेल्स और पेलेट गन का इस्तेमाल करते हैं।
विद्यार्थियों और सुरक्षा बलों के बीच टकराव...
सोमवार को भी पुलवामा जिले में स्कूली विद्यार्थियों और सुरक्षा बलों के
बीच टकराव हुआ। शनिवार को एक डिग्री कॉलेज में सुरक्षा बलों के दाखिल होने
के बाद विद्यार्थियों की ओर से उन पर किए गए पथराव और फिर सुरक्षा बलों की
कार्रवाई में 50 से अधिक विद्यार्थी घायल हो गए। इस घटना को लेकर सोमवार को
पूरी घाटी में विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया। कश्मीर घाटी में
इंटरनेट सेवाएं भी सस्पेंड कर दी गईं हैं।
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