मुंबई। कर्नाटक में राजनीतिक घटनाक्रम ( Karnataka Political Crisis) पर मुंबई के एक शानदार होटल में ठहरे 14 बागी विधायकों ने सोमवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से 'धमकी' की दोबारा शिकायत की है। बीते पांच दिनों में उनकी ओर से ऐसी शिकायत दूसरी बार आई है। पवई पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक को लिखे पत्र में 14 विधायकों ने यह भी कहा है कि उनका मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) या गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) या महाराष्ट्र और कर्नाटक कांग्रेस के किसी अन्य कांग्रेसी नेता से मिलने का कोई इरादा नहीं था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने पुलिस से गुजारिश की है कि वे कांग्रेस नेताओं को रेनेसां होटल में उन तक पहुंचने से रोकें, जहां वे ठहरे हुए हैं, क्योंकि कांग्रेस नेताओं से उन्हें खतरे की आशंका है।
विधायकों ने अपनी शिकायत की एक कॉपी जोन 10 के पुलिस उपायुक्त और होटल की सिक्योरिटी और मैनेजमेंट को भी भेजी है।
पत्र पर पुलिस स्टेशन द्वारा कोई तारीख या मोहर नहीं लगाई गई है। हालांकि पत्र में सभी विधायकों के नाम लिखे गए हैं, लेकिन इनमें से चार विधायकों ने पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में शिवराम हेब्बर, बी.सी. पाटिल, मुनि रत्न, आर. शंकर, एच नागेश, प्रताप पाटिल, गोपालाई, रमेश जे., सोमशेखर और बसवराजा शामिल हैं।
वहीं महेश के., विश्वनाथ, नारायण गोवड़ा और एम. टी.बी नागराज वे विधायक हैं जिनके हस्ताक्षर पत्र पर नहीं हैं।
ज्ञात हो कि 9 जुलाई को करीब एक दर्जन बागी सांसदों ने मुंबई पुलिस को एक ऐसा ही पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कर्नाटक के मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डी. के. शिवकुमार और अन्य कांग्रेसी मंत्रियों से मिलने से मना कर दिया था जो पिछले बुधवार से राज्य में चल रहे राजनीतिक संकट को हल करने के लिए कांग्रेस नेता बागी विधायकों से मिलने पहुंचे थे।
(आईएएनएस)
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