बता दे, मौजूदा समय में कर्नाटर
विधानसभा में नंबरों की बात करें तो विधासभा में कुल 225 विधायक हैं। 225
में 17 अयोग्य करार होने के बाद विधानसभा का आंकड़ा 208 पर पहुंच गया है।
येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 105 विधायक चाहिए। निर्दलीय के
समर्थन के साथ बीजेपी का आंकड़ा 106 विधायक पर पहुंच रहा है। जबकि कांग्रेस
और जेडीएस के पास महज 100 विधायक ही हैं। येदियुरप्पा तो फ्लोर टेस्ट पास
कर लेंगे लेकिन 17 विधायकों के अयोग्य ठहराने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य
पर खड़ा हो गया है।
वैसे ताे कर्नाटक की गणित के हिसाब से ये साफ है
कि बीजेपी की राह बिल्कुल आसान है और येदियुरप्पा अपनी कुर्सी बचाने में
पूरी तरह से कामयाब होंगे। बीजेपी के नेताओं को पूरा भरोसा है, लेकिन
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा है कि फ्लोर टेस्ट में कुछ भी हो सकता
है। उधर जीडीएस के बीजेपी को समर्थन देने की अटकलों पर कुमार स्वामी ने
फुलस्टॉप लगा दिया है और कहा कि जेडीएस विपक्ष की भूमिका निभाएगा। मौजूदा
आंकड़ों को देखकर लगता भी नहीं कि बीजेपी को जेडीएस के समर्थन की जरूरत है।
इसके साथ ही बीजेपी की तरफ से स्पीकर रमेश कुमार को पद छोड़ने के लिए कह
दिया गया है, जो पारंपरिक रूप से सत्तारूढ़ दल के किसी सदस्य के पास होता
है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया
जाएगा।
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